YOUNG AZAMGARH
Monday, 18 February 2013
अनन्या - कौन है यह!
कौन यह? जिसका विलसित मौन,
प्रकृति से करता है सम्वाद;
गुंजाता शक्ति-बोध का नाद,
मिटा देता मन का अवसाद।
कौन यह? परम शान्ति में लीन,
तोडती जाती भ्रम के जाल,
जुटा देती अद्भुत पाथेय;
मुक्ति ही एकमात्र है ध्येय। - गिरिजेश
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