Sunday, 19 May 2013
कैसे बनेगा शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के सपनों का समाज ?
जिसमें हो -
* दारू नहीं, दूध
* दंगा नहीं, दोस्ती
* ढोंग नहीं, सहजता
* नफ़रत नहीं, प्यार
* धोखा नहीं, यकीन
* शोषण नहीं,समता
* अत्याचार नहीं, इन्साफ़
* गुण्डई नहीं, भाईचारा
* आत्मसमर्पण नहीं, विद्रोह
* घोटाला नहीं, पारदर्शिता
* भ्रष्टाचार नहीं, कर्तव्य
* हिन्दुत्व नहीं, मार्क्सवाद
* पूँजीवाद नहीं, समाजवाद
* चुनाववाद नहीं, क्रान्ति
* महँगाई नहीं, सही दाम
* निजीकरण नहीं, सबको शिक्षा
* साम्प्रदायिकता नहीं, एकजुटता
* अश्लीलता नहीं, नारी का सम्मान
* बेरोज़गारी नहीं, हर हाथ को काम
* अन्धविश्वास नहीं, वैज्ञानिक दृष्टिकोण
* लाखों-करोड़ का क़र्ज़ का फन्दा नहीं, आत्मनिर्भरता का स्वाभिमान
* अमेरिका की चरागाह नहीं, हमारा अपना देश
जरा सोचिए -
हम आप करें, तो आखिर क्या करें !
http://www.youtube.com/watch?v=lNk-z01ILWs
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