प्रिय मित्र, डॉ. मयंक त्रिपाठी ने अपनी एम.एस. की परीक्षा में अपने बैच में सर्वोच्च अंक प्राप्त करके मेरे जैसे सड़क के अदना-से आदमी के लिये जो गौरव और सम्मान प्रदान किया है, वह मुझे अपने विद्रोही तेवर के चलते जीवन भर मिलती चली आ रही यंत्रणा की वेदना से राहत पहुँचाने वाली अद्वितीय क्षतिपूर्ति है.
आज इस समाचार को सुन कर निस्सन्देह मैं अत्यन्त ही प्रसन्न हूँ. मेरा शुरू से ही मूल्यांकन रहा है कि मयंक का व्यक्तित्व अद्वितीय है. इस सफलता ने एक बार फिर उस मूल्यांकन को सही सिद्ध किया है.
आगे अभी और भी विकसित होते हुए जब वह अपने उत्कर्ष के चरम पर पहुँचेंगे, तभी जाकर मुझे अपनी जीवन भर की चुपचाप जारी साधना की सार्थकता का सच्चा सन्तोष पूरी तरह से मयस्सर होगा. मैं अन्तर्मन से कामना करता हूँ कि हर आने वाला कल मयंक को ऐसी ही अगणित सफलताएँ देता रहे. - आपका गिरिजेश
आज इस समाचार को सुन कर निस्सन्देह मैं अत्यन्त ही प्रसन्न हूँ. मेरा शुरू से ही मूल्यांकन रहा है कि मयंक का व्यक्तित्व अद्वितीय है. इस सफलता ने एक बार फिर उस मूल्यांकन को सही सिद्ध किया है.
आगे अभी और भी विकसित होते हुए जब वह अपने उत्कर्ष के चरम पर पहुँचेंगे, तभी जाकर मुझे अपनी जीवन भर की चुपचाप जारी साधना की सार्थकता का सच्चा सन्तोष पूरी तरह से मयस्सर होगा. मैं अन्तर्मन से कामना करता हूँ कि हर आने वाला कल मयंक को ऐसी ही अगणित सफलताएँ देता रहे. - आपका गिरिजेश
No comments:
Post a Comment