Saturday 26 October 2013

शिक्षा और मुसलमान - गिरिजेश


क्या शिक्षा के बिना मनुष्य और पशु में कोई अन्तर है ?
क्या मनुष्य केवल एक संसाधन है ?
क्या शिक्षा का अर्थ केवल साक्षरता है ?
क्या मुनाफ़े के लिये ही शिक्षा का निजीकरण नहीं किया गया है ?
क्या निजीकरण के बाद शिक्षा-स्तर का और पतन नहीं हुआ है ?
क्या मुनाफ़ाखोर ईमानदारी से सही शिक्षा दे सकते हैं ?
क्या आज शिक्षा-केन्द्र अधिकतम बेरोज़गार पैदा करने का कारखाना नहीं बन चुके हैं ?
क्या वर्तमान समाज में शिक्षा का उद्देश्य स्वस्थ मानसिकता विकसित करना है ?
क्या वर्तमान शिक्षा-प्रणाली स्वस्थ मानसिकता विकसित कर सकती है ?
क्या स्वस्थ मानसिकता के लिये केवल शिक्षित होना पर्याप्त है ?
क्या बिना वैज्ञानिक दृष्टिकोण के स्वस्थ मानसिकता का विकास मुमकिन है ?
क्या वैज्ञानिक दृष्टिकोण बिना अध्ययन-चक्रों के विकसित हो सकता है ?
नहीं न !
तो फिर आइए एक बार फिर से प्रयास करें !
युवा-मस्तिष्क को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करने के लिये अध्ययन-चक्रों की श्रृंखला खड़ी करें !
Afroz Alam - "Muslmano ka sachik aster dalito se peeche hai."

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