Tuesday 23 December 2014

___ Khurshid Anwar खुर्शीद अनवर को गये एक वर्ष होने को है - हमने क्या किया !___



___ Khurshid Anwar खुर्शीद अनवर को गये एक वर्ष होने को है - हमने क्या किया !___
Rinku Chatterjee स्नेही मित्र Girijesh Tiwari क्या ख़ुर्शीद न्याय से महरूम रह जाएगा?
Girijesh Tiwari मित्र, अभी तो यही सम्भावना दिख रही है. दिवंगत साथी खुर्शीद से हमने वायदे तो बड़े-बड़े किये, मगर उनको लागू करने वाले कम ही निकल सके. Justice For Khurshid Anwar - STOP the Media Trials द्वारा अदालत के नाम पर कुछ नहीं हो सका. खुर्शीद के लिये हम न्याय दिलाने वालों की शपथों और वायदों से पूरी तरह से भ्रम-मुक्त हो चुके हैं. रचनात्मक प्रयास करने वाले उनकी याद को ज़िन्दा रखने में और उनकी रचनाओं को लोगों तक पहुँचाने में सफल रहे. यही संतोष है.

हाँ, खुर्शीद को ज़िन्दा रखना, उनके अभियान को जारी रखना ही मुश्किल से मुमकिन दिखाई दे रहा है, वह अभियान जो हम सब का अपना अभियान ही है, फ़ासिस्ट हर पहल ले रहे हैं और वे आक्रामक हैं, हम न्यूनतम एकजुटता के लिये भी अभी तक कुछ भी सार्थक और सकारात्मक क़दम नहीं उठा सके. मुझे तो लगने लगा है कि पास्टर निमोलर की कविता मूर्त होने जा रही है. कि "जब वे मेरे लिये आये, तो कोई बचा नहीं था..."

मुझे लग रहा है कि अभी कुछ और खुर्शीद और दाभोलकर शहीद हो जायेंगे, और जब घर में बैठ कर कविता लिखने में भी अड़चन आने लगेगी, तब शायद हमारे सर्वज्ञ क्रान्तिकारी विद्वान कुछ मेल्हते दिखाई दें. उसके पहले तो ये हिलने नहीं जा रहे..अफ़सोस भी है, और कोशिश और कामंना भी कर रहा हूँ कि सॉलिडेरिटी की अगली बैठक की योजना आने वाले महीनों में किसी तरह मूर्तमान हो. दिल्ली की हालत पहल लेने की कोशिश के इस मामले में देश से अच्छी नहीं है.

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