Tuesday 31 March 2015

__नास्तिक बनने के फायदे___ केशव आक्रोशित मन -


मेरे नास्तिक बनने के फायदे और नुकसान
नास्तिक बनने के फायदे -
1- ईश्वर / अल्लाह / गॉड आदि किसी भी काल्पनिक चीज से नहीं डरता।

2- मार्ग में बिल्ली रास्ता काट जाये , किसी को छींक आ जाए , खाली बर्तन देख के , काणे वयक्ति की शक्ल देखलेने के बाद भी वापस नहीं आता हूँ बल्कि सामान्य रूप से मार्ग में आगे बढ़ता रहता हूँ।
3- धन प्राप्त करने के लिए किसी लक्ष्मी कुबेर या अल्लाह गॉड से मदद नहीं मांगता हूँ बल्कि अपने परिश्रम पर विश्वास कर के धन कमाता हूँ ।
4- जागरण , हवन -यज्ञ, पूजा पाठ ,मजार आदि पर एक रुपया भी नहीं खर्च करता हूँ ,यह मेरी एक्स्ट्रा बचत है ।
5- एक भी व्रत , उपवास , रोजे आदि नहीं रखता और फिर बाद में बुरी तरह खाने पर नहीं
टूटता , न ही फल ,दूध ,मेवे खा के झूठा उपवास रखने का दिखावा करता हूँ ।
6- आत्मा पुनर्जन्म के अस्त्तिव को नहीं मानता और न ही श्राद आदि कर्म कर के पंडो धूर्तो की जेब भरता हूँ ।
7- जादू मन्त्र , टोटके , श्राप, जिन्न , भूत , प्रेत , नजर लगना आदि अंधविश्वासों से परे हूँ , बल्कि दावा करता हूँ की कोई मुझ पर भूत छोड़ के दिखाए ।
8- अमावस्या , एकादशी आदि के दिन गंदगी भरे गंगा या और नदी नालो में नहाने की मज़बूरी से मुक्त हूँ।
9- अनिष्ट के डर के कारण शनि देव को तेल लगाने या टीन के डिब्बे में पैसा डालने से मुक्त हूँ ।
10- किसी भी मुफ्तखोर साधू संत को दक्षिणा देने और उसके पैर छूने से मुक्त हूँ। किसी मौलवी पादरी के कहने पर चलने से मुक्त हूँ ।
11-राशि फल, ज्योतिष , बाबाओ के चक्कर में फंस के अपना धन और समय दोनों बर्बाद करने से मुक्त हूँ , अपने हिसाब से अपने कार्य करता हूँ दिन महूर्त देख के नहीं ।
12-मंदिर मस्जिद चर्च आदि ईश्वर के अडडों को एक रुपया भी दान नहीं देता बल्कि जब पैसे होते हैं किसी गरीब को भोजन करवा देता हूँ । या जब ज्यादा पैसा होता है तब अनाथालय की पेटी में चुप चाप डाल देता हूँ ।
13- अपनी सफलताओं का आनंद लेता हूँ और असफलताओ को स्वयं सुलझता हूँ। जीवन में समस्याएं आती हैं तो स्वयं हल करता हूँ किसी भगवान या अल्लाह के सामने नाक नहीं रगड़ता हूँ ।
14- मानवता और नैतिकता में विश्वास करता हूँ , लिंग , धर्म , देश ,राज्य या जाति के आधार पर किसी से भेद नहीं करता ।
15- किसी भी तथाकथित ईश्वरीय ग्रन्थ को मानने से मुक्त हूँ ।
16- प्रश्न पूछने और तर्क करने की हिम्मत आ गई है
नास्तिक बनने की हानि-
1-स्वर्ग में अप्सराओं और जन्नत की हूरो से मुलाकात अब मुमकिन नहीं ।
2- सबकी नजरो में अधर्मी और काफ़िर बन गया हूँ
3- साथी बहुत कम हैं ।
-केशव



पंकज कुमार और ये सब नफ़ा नुक्सान मुझे नास्तिक बने बिना ही प्राप्त है। बस तीसरे नम्बर की हानि से मुक्त हूँ।
March 16 at 8:36pm · Unlike · 1


Utkarsh Sharma I think u need introspection and self actualization to know God.......u take god as a material which is sold by the agents of religion......God is in me and you, do good God will get its publicity in positive way.
March 16 at 8:58pm · Unlike · 1


Vijay Pal Singh Sangwan Kaabiletaareef
March 16 at 10:25pm · Unlike · 1


Karamvir Shastri · 9 mutual friends
Achchhi soch
March 17 at 6:46am · Unlike · 1


Umashankar Sahu मुझे लगता है आपने कभी भी अन्तरिक्ष की तरफ नहीं देखा ........... कभी उस अनंत अन्तरिक्ष के बारे में नहीं सोचा .........
.
गंजेपन के तीन नफा ....
शीशा कंघा तेल बचा ........
March 17 at 8:30am · Unlike · 1


Harishchandra Zagade भवास्तिक - एक सकारात्मक शब्द है. ईसका प्रयोग हो.
March 17 at 8:31am · Unlike · 1


Umashankar Sahu भवास्तिक का आशय क्या है मित्र
March 17 at 8:32am · Unlike · 1


Harishchandra Zagade जो सच में अस्तित्व में है, अपने आजूूबाजू, भवताल, भव, दुनिया, धरती, विश्व इन सब ठोस चीजों के अनादी-अनंत अपितु निरंतर परिवर्तनशील अस्तित्वमें, द्रव्य-उर्जा के अस्तित्वमें, जिसका मानवसमाज एक परिवर्तनशील उमदा हिस्सा है, उसमें आस्था रखने वाला भवास्तिक. आस्तिक विचार इसको माया बताकर सर्वशक्तीमान ईश्वर की कल्पना को ही सच बताते है. देवास्तिक के विरुद्ध है भवास्तिक..
March 17 at 8:49am · Unlike · 1


Aziz Parwez इधर भी वही हाल है केशव भाई।
March 17 at 10:40am · Unlike · 1


Khemraj Choudhary आप चिंता मत करे आप की जमात के बहुत सारे लोग है ईस धरती पर !
March 17 at 7:30pm · Unlike · 1


Raj Singh Aap sabse bade astik hai kyonki sare dharm manavata aur naitikta ki or le jate hai.

No comments:

Post a Comment