Tuesday 31 March 2015

"जिसको भी देखना हो कई बार देखना."


"हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी,
जिसको भी देखना हो कई बार देखना." — निदा फाज़ली
प्रिय मित्र, आज की भागती-दौड़ती दुनिया में हर आदमी अनेक भूमिकाएँ एक साथ खेल रहा है. ऐसे में किसी भी व्यक्ति का मूल्यांकन किसी एक घटना विशेष या वक्तव्य के आधार पर कर लेने पर उसके समग्र व्यक्तित्व का मूल्यांकन करने में हमारे चूक कर जाने की सम्भावना और भी प्रबल होती जा रही है.

किसी के भी मूल्यांकन के मामले में हमको उसके प्रति पूरी तरह संतुलित न्याय करने के दायित्व का निर्वाह करना ही होता है. तभी हम अपने निर्णय से संतुष्ट हो सकते हैं. इसके लिये हमको अतिशय आतुरता से बचने और थोड़ा ठहर कर सोचने की ज़रूरत है. ऐसा करते समय हमको व्यक्ति-विशेष को भी थोड़ा 'स्पेस' देने और विभिन्न घटनाओं में उसकी एकाधिक भूमिकाओं तथा उसके अन्य वक्तव्यों के बारे में भी सोचने की नितान्त आवश्यकता होती है. अन्यथा अपनी प्रतिक्रिया-जनित आपाधापी के चलते अपने एकांगी निर्णय के बाद हम पश्चाताप तथा अपराधबोध के शिकार हो सकते हैं.

आज सुबह से ही मुझे निदा फाज़ली का यह शेर याद आ रहा है.
आज ही सुबह मेरे अनन्य मित्र डॉ. R.b. Tripathi ने अपने आश्वासन के अनुरूप मेरे पास गत दो महीनों के रु. 8000/- भेज दिया. उनको अपने इस आश्वासन को पूरा करने में लगभग तीन महीने से थोड़ा अधिक समय तो लगा, और इस बीच हम लोगों को नितान्त सीमान्त आर्थिक संकट से जूझना पड़ा. क्योंकि सकल नियमित स्थानीय सहयोग रु.13000/- रहा. और मासिक व्यय लगभग रु.+-25000/-. और इस तरह पिछले चार महीनों से लगभग रु.10000/- प्रति माह की ऋणात्मक अर्थव्यववस्था चलती रही. (जिसमें से राहुल विद्यालय से रु.5000/-, चाणक्य विद्यालय से रु.4000/-, Saurabh Tripathi से रु.2000/- तथा एक और मित्र से रु.2000/- नियमित मिलते रहे. शेष का बोझ दूर बैठे अलग-अलग साथी-दोस्तों के सहयोग पर पड़ा.) इसके इन्टरनेट का बिल Amit Singh दे रहे हैं. अब Personality Cultivation Project व्यक्तित्व विकास परियोजना को RAHUL SANKRITYAYAN JAN INTER COLLEGE (राहुल सांकृत्यायन जन इन्टर कॉलेज) से मिलने वाली मासिक राशि पहले के रु. 5000/- में मासिक रु.4000/- और जुड़ जाने से बढ़ कर रु.9000/- हो गयी. परन्तु धैर्य के साथ प्रतीक्षा कर लेने का परिणाम संतोषजनक रहा.

मैं डॉ. त्रिपाठी के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूँ. साथ ही इस उदाहरण को आपके साथ सायास शेयर कर रहा हूँ.
ढेर सारे प्यार के साथ — आपका गिरिजेश 17.3.15.

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